Tuesday, March 2, 2021

रिश्ते 4

दोस्ती का रिश्ता अनोखा होता है
सुख दुःख के साथियों का रिश्ता
जिसमें सही-ग़लत, ऊँचा-नीचा, अपना-पराया
कुछ नहीं होता
बिना शर्त
बिना किसी अपेक्षा के 
पवित्र पावन रिश्ता 
चलता रहता है
आप क्या चाहते हैं 
दोस्त को पहले पता चल जाता है 
और ऐसा आपसी रिश्ता 
अपनी उपस्थिति हर उस समय दर्ज कराता है 
जब उसकी ज़रूरत होती है

ऐसे रिश्ते में कई बार 
शब्द और भाषा माने नहीं रखते 
भाव और भंगिमाएँ भी
हमको लगता है 
या हो सकता है (होता भी हो) 
कि हम दोस्तों का चुनाव करते हैं 
और जहां व्यक्ति स्वयं दोस्त का चुनाव करे 
तो ऐसा माना जा सकता है 
कि ऐसे रिश्ते लम्बे समय तक जीवित रहेंगे
और ऐसी दोस्ती 
जो परस्पर विश्वास के आधार पर बनती है 
और जहां समय व संयम का निवेश होता है 
दीर्घायु की होती है
ऐसे रिश्ते अमर होते हैं
कहानियों व किवदंतियों के 
प्रमुख हिस्से हो जाते है ऐसे रिश्ते 
रिश्ते चलते रहते हैं

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रिश्ते 36

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