Sunday, March 28, 2021

रिश्ते 10

रिश्तों का अपना संगीत होता है,
अपनी राग-रागिनियों में मुग्ध रिश्ते
झूमते हैं, नाचते हैं.
रिश्तों का आरोह-अवरोह रोचक होता है,
रिश्तों की वीणा तभी तक कर्णप्रिय होती है
जब तक वाणी में शालीनता रहती है
अन्यथा जीवन में सुरदोष का आगमन होता है.

रिश्तों की बांसुरी मनमोहक लगती है
पर जब रिश्तों की ढोलक को
ज़्यादा पीटा जाता है
तो कान ख़राब हो जाते हैं.

जिस प्रकार मधुर संगीत में
यथोचित संतुलन की आवश्यकता होती है
उसी प्रकार रिश्तों की प्रगाढ़ता व बेहतरी के लिए
संतुलन ज़रूरी होता है

#सम्बंध #परिस्थिति #रिश्ते #Rishtey #Sambandh #संगीत

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